श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्मयै नम वज्र पानी पिबेच्चांगे डाकिनी डापिनी रक्षोव सर्वांगे। ओम गुरुजी को आदेश गुरजी को प्रणाम, धरती माता धरती पिता, धरती धरे ना धीरबाजे श्रींगी बाजे तुरतुरि आया गोरखनाथमीन का पुत् मुंज का छड़ा लोहे का कड़ा हमारी https://johnathanzggff.myparisblog.com/32974909/helping-the-others-realize-the-advantages-of-hanuman-shabar-mantra